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लेखनी प्रतियोगिता -05-Sep-2023

एक पल रूपी जिन्दगी

नही ज्ञान कैसे करू मैं आज  गुरु को अर्पित
ईस जीवन कि एक पल रूपी जिन्दगी 

आदरणीय ज्ञान के स्त्रोत
मेरा जीवन तुझ को समर्पित 

आदरणीय ज्ञान से प्रकाशमान 
तुझ को शत शत नमन

मेरे जीवन के मार्ग दर्शक प्रमाण 
तुझ को लख लख प्रणाम

मेरे जीवन के आधार
मेरा हर जीवन तुझे समर्पित बारंबार 

तुम ज्ञान के अथाह सागर
मेरे जीवन कि नाव के तुम खिवयया

कैसे करू मैं तेरा गुणगान
नहीं है मुझे इसका भान

नहीं बस में मेरे तेरी बढ़ाई करना
जैसे संभव नहीं सूरज को दीपक दिखाना

मैं था मिट्टी का एक टुकड़ा
घड़ कर बनाया मुझे एक सम्पूर्ण घड़ा

आज शिक्षक दिवस पर अर्पित करू तेरा आभार
तेरे चरणों में दे स्थान कर विजय पर उपकार

कैसे करू मैं तेरा गुणगान
नहीं है मुझे इसका भान ।।

✍️ विजय पोखरणा "यस"
💐💐🙏 HBU EXTN, 
AJMER (Raj)
9530399703         
Director of Modulus Academy
Committed towards excellent education and Consultant for Higher study in Abroad at renowned foreign universities and colleges 🙏💐💐


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4 Comments

madhura

05-Sep-2023 11:14 PM

amazing

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VIJAY POKHARNA "यस"

07-Sep-2023 08:05 AM

🙏🙏

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Varsha_Upadhyay

05-Sep-2023 09:24 PM

बहुत खूब

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VIJAY POKHARNA "यस"

07-Sep-2023 08:05 AM

🙏🙏

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